Description
पिता का लिया एक फैसला या फिर ट्रैन में हुई एक मुलाक़ात , क्या प्यार होगा या महज़ एक मुलाक़ात , सुनिए रबीन्द्रनाथ टैगोर जी की लिखी रचना 'अपरिचिता' में |
A decision by the father or a meeting in the train, Is i t love or just a coincidence, listen to 'Aparichita' written by Rabindranath Tagore.