Description
June 20, 2024, 03:18PM
June 20, 2024, 03:18PM
किताबों की ज़मीन बहुत बड़ी है। इस ज़मीन पर इंसानी समझ, इतिहास, तकनीक, साहित्य, हर चीज़ की नींव टिकी है। जब तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की जाती है तब पहला प्रहार हमारी-आपकी इसी साझी ज़मीन पर होता है। जब मैं लॉस ऐंजेलेस में था तब इतिहास के प्रोफ़ेसर विनय लाल की निजी लाइब्रेरी देखने का मौक़ा मिला। देखते ही लगा कि हमारे दर्शकों को भी ऐसा संग्रह को देखने का मौक़ा मिलना चाहिए। प्रोफ़ेसर लाल के पास हज़ारों किताबों का संग्रह है, कई हज़ारों किताबें उन्होंने ख़ुद पढ़ी हैं। फिर भी वे मानते हैं कि जितना वे पढ़ते जाते हैं उतना ही कम जानते हैं। ये विनम्रता किताबें ही ला सकती हैं। आप भी कोई किताब उठाकर पढ़ना शुरू करेंगे तो नई-नई ज़मीनों का दौरा करने लगेंगे। पढ़ा कीजिए।
July 04, 2024, 01:26PM
July 04, 2024, 01:26PM
अग्निवीर और रेगुलर जवान को शहादत के बाद मिलने वाली तमाम सुविधाओं को लेकर जो जानकारी आ रही है, वह यही बता रही है कि सेना में दो तरह के शहीद हो गए हैं। लोकसभा में राहुल गांधी ने जब यह सवाल उठाया तो उन पर झूठ बोलने का आरोप लगा और राजनाथ सिंह ने कहा कि...
Published 08/23/24
July 04, 2024, 03:30PM
July 04, 2024, 03:30PM
चुनाव आयोग को सुनना चाहिए कि विपक्ष के सांसदों ने आयोग को लेकर लोकसभा और राज्य सभा में क्या क्या कहा है। राज्यसभा में मनोज झा तो लोकसभा में महुआ मोइत्रा। डीएमके सांसद ए राजा, तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी, समाजवादी पार्टी के सासंद अखिलेश यादव ने चुनाव...
Published 08/23/24