भगवान शिव की तपस्या कामदेव के कारण भंग होने पर शिव ने अपना तीसरा नेत्र खोल दिया ।
Description
भगवान शिव तपस्या में लीन थे, तब देवताओं के कहनेपर कामदेव ने कामबाण भगवान शिव को मारे, जिससे शिव की तपस्या भंग हो गई । तो भगवान शिव ने क्रोध के मारे अपना तीसरा नेत्र खोल दिया, और कामदेव उसमें भस्म हो गए ।
हमारे जीवन में 16 का बड़ा महत्व है, 16 श्रंगार, 16 आने, 16 कला सम्पूर्ण । भगवान श्री कृष्ण का अवतार था पूर्ण अवतार क्यूंकि वो थे 16 कला सम्पूर्ण ।
Published 12/27/21
एक बार इन्द्र देवता ने अपना सारा कहर गोकुल पर बरसा दिया तो भगवान कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा कर लगातार 7 दिन तक खड़े रहे, बिना खाये पिये ।
Published 12/27/21