khubsurat love shayari | wo har soorat pasand hai mujhe pr wo n muskuraey to mjhe acha nhi lagta
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आब :- पानी ग़िल :-मिट्टी फ़िरदौस :- मानव के लिए स्वर्ग में उच्चतम स्थान ye kuch shayri hain dosto Maine khud likhi h . khud padh kar aap logon ko sunaeee h pasand aeee ho to like krein Channel ko subscribe krlein. share krein. Muhabbat bhare dil ke jazbaton ko alfaz dene ki koshish ki hai . Achi lage to apna pyar dein. poet :- Faiz Ahmed Recited by :- Faiz Ahmed shayari वो न आए तो मुझे अच्छा नहीं लगता, वो चली जाए तो अच्छा नहीं लगता , हद तो ये है कि वो आ जाए तो उसके सिवा कुछ अच्छा नहीं लगता वो हर सूरत पसंद है मुझे पर वो न मुस्कुराए तो कुछ अच्छा नहीं लगता... वो जो तुम मेरे ख़्यालो में आते हो,ख़्याल तो मेरा है ये बताओ तुम क्यूं आते हो... लाज़िमन एक दिन ये भी होना था मुझको भी बेज़ुबाँ होना था आँखों ने आँखों से कही बातें, चलो एक दिन ये भी तमाशा होना था। तू आब -ए-ओस से सराबोर कोई खूबसूरत सी कली है तुझे क्या मालूम क्या मालूम कितनी हसीं है हमे तो ख़ुदा ने इस मिट्टी से बनाया है तू शायद ग़िल-ए- फ़िरदौस से बनी है #shayri #loveshayri #2lineshayri #poetry #selfwritten #achishayri #Shayrichahiye. #loveshayari #Romanticshayari #Shayariachiachi
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Poet. Allama Iqbal. Recital Faiz Ahmed.
Published 02/13/22
Published 02/13/22
Written by :- Faiz Ahmed. Recited by :- Faiz Ahmed. Record and presented by:- Alfaz e Qalb. Search Alfaz e Qalb on YouTube.
Published 08/05/21