Love is crazy
Listen now
Description
जवानी जब से बहकी थी उसी का नाम लेती थी मोहब्बत प्यास है उसकी यही पैगाम देती थी  मैं मजनूं था मैं रांझा था वो लैला हीर जैसी थी  मेरी चाहत के  ज़ज्बो को मेरा ईमान कहती थी  मगर अब.... जो समझती थी इशारों को इशारों ही इशारों में  भुलाके  उन नज़ारो को मेरा अब दिल दुखाती है  ना कहती है ना सुनती है बड़ी खामोश रहती है  मेरे इश्क़-ए- बहारा में वो तीर-ए-ग़म चलाती है  ज़माना मुझसे कहता है दीवाने क्यूँ तू रोता है  उसे कैसे मैं समझाऊं यही तो प्यार होता है.....
More Episodes
तू वो ग़ज़ल है मेरी  जिसमें तेरा होना तय है  तू वो नज्म है मेरी  जिसमें आज भी तेरी मौजूदगी तय है  इसलिये नहीं... कि...  तू मेरी दस्तरस में है  बल्कि इसलिये...कि... तू आज भी मेरी नस - नस में है  इसलिए हो चाहे ये कितना ही लंबा सफ़र  ना थकेगा ना रुकेगा ये कारवाँ  ना छूटेगी ये डगर  क्यों...
Published 11/21/24
Published 11/21/24
कैसे भुला पाउंगा उस कठिन वक़्त को...कैसे भुला पाउंगा तुम्हारे उस असहनीय कष्ट को...जब तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में था...और तुम अंतिम साँस लेने की तैयारी कर रही थीं...मगर फ़िर भी मुझसे कुछ कहना चाह रहीं थीं...क्योंकि तुम काल के हाथों विवश होकर हमेशा हमेशा के लिये ना चाहते हुए भी मुझसे दूर जा रहीं...
Published 11/09/24