वाल्मीकि रामायण के राम क्र० ९५ ब्रह्मा से वरदान प्राप्त महाबली रावणपुत्र अतिकाय का लक्ष्मण द्व
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Description
शास्त्र शस्त्र अस्त्र ज्ञाता, बली रावण समान। दिव्य रथ कवच वरदान, बचा ना पाए जान।। Episode 95 of the conversations between Yogita Pant and Anil Chawla describes the ongoing long battle when four sons and two step-brothers of Raavan came to fight. Three sons and one step-brother had already been killed by the great warriors of Vaanar army. Raavan’s step-brother Mahaapaarshv stepped forward to avenge the killing of his brother and his nephews. He was faced by Ryshabh. The first blow was delivered by Mahaapaarshv. However, Ryshabh soon picked up Mahaapaarshv’s gada and killed the raakshas. Now only Atikaay was left of the six warriors who had been sent by Raavan. Atikaay was a giant as large as his deceased uncle Kumbhkarn. Atikaay was blessed by Brahmaa jee with special weapons, shield and chariot. Atikaay was also a learned and wise person. Atikaay was challenged by some warriors of Vaanar army. Atikaay put all of them down with hardly any effort. Atikaay was challenged by Lakshman, Ram’s brother. The battle between the two was fierce. Lakshman was unable to pierce Atikaay’s shield even though he was using some of his best weapons. At this time, vaayu devta whispered in his ear and advised him to use Brahmaastr. Lakshman accepted the advice and killed Atikaay. (Ref. Chapters 70-71, Yuddh Kand, Shreemad Valmikiy Ramayan)    *****   श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण विश्व का प्राचीनतम ग्रन्थ है। इसे आदिग्रन्थ कहा गया है। इसमें राम के जीवन का विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। इसमें राम का चित्रण एक ऐसे मनुष्य के रूप में किया गया है जो संघर्ष करता है, परिश्रम करता है, जीवन के द्वन्द्वों का सामना करता है, अपने सहयोगियों एवं निकटस्थ व्यक्तियों से चर्चा करता है और विद्वतजनों से मार्गदर्शन प्राप्त करता है। वह धर्म एवं आदर्श के पथ से कभी हटता नहीं है। उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा गया है। उनके जीवन का हर प्रसंग शिक्षाप्रद है, प्रेरणादायक है। चर्चा की इस श्रृंखला का उद्देश्य दर्शकों को राम के जीवन से परिचित कराना है। राम के जीवन को जान कर, समझ कर और आचरण में उतार कर हम अपने जीवन को सुखद एवं समृद्ध बना सकते हैं। समस्त सुधीजनों को अनेकानेक शुभकामनाओं के साथ विनम्रतापूर्वक समर्पित।   Valmiki Ramayan is the original epic which narrates the story of Ram. It is a detailed work which describes Ram as a human being who faced all the difficulties of life. Ram of Valmikiy Ramayan faces dilemmas, discusses with his family and friends, accepts guidance from learned men and suffers hardships. He always takes the right decisions and follows the path of dharm. This series of conversations is intended to help the viewers understand the personality of Ram. After understanding, one can adopt Ram's ideals in one's own life and enrich one's life.  
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