Indrputr Arjun Evam Nakul Sahdev Kaa Janm Mahabharat Ka Mahaparv No. 14
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Description
00:00 परिचय एवं भूमिका 01:03 देवकृपा के साथ पराक्रम, उत्साह, उद्योग आवश्यक 03:14 पराक्रम उत्साह के देवता देवराज इन्द्र की उपासना 06:37 अर्जुन का जन्म 08:32 अर्जुन के सम्बन्ध में आकाशवाणी 10:32 कुन्ती द्वारा पाण्डु को इन्कार 13:31 माद्री की पुत्र सम्बन्धी इच्छा 16:54 कुन्ती से माद्री को पुत्र दिलाने हेतु अनुरोध 20:15 अश्विनी कुमारों द्वारा नकुल सहदेव का जन्म 24:56 कुन्ती की माद्री से नाराज़गी28:02 पाण्डवों की शिक्षा और संस्कार 32:56 उपसंहार Episode 14 of the conversations between Yogita Pant and Anil Chawla discusses the birth of three Pandavs – Arjun, Nakul and Sahdev. Paandu thought that success in life depends on hard work, enthusiasm and efforts. The devta who is known for these qualities is Indr, the king of devtas. Paandu decided to please Indr before asking for a son from the king of devtas. Indr copulated with Kuntee and Arjun was born. When Arjun was born, everyone from swarg came to bless the child. Paandu’s other wife, Maadree also wanted a child. She pleaded with her husband to request Kuntee to help her get a child. On request from Paandu, Kuntee obliged. Maadree called Ashwini Kumar, the twins who are doctors of devtas. The two doctors gave Madree twins who were named as Nakul and Sahdev.  (Mahabharat/Aadiparv/Sambhav Parv/Chapter 122 and 123).  Production support: Friends and well-wishers.  *****  महाभारत और वाल्मीकि रामायण हिन्दू धर्म के दो मूलभूत आधार ग्रन्थ हैं। महाभारत जीवन के हर पहलू के सम्बन्ध में शिक्षा प्रदान करता है। इसमें जो संघर्ष है वह भिन्न भिन्न जीवन मूल्यों का द्वन्द्व है। जिन मूलभूत मूल्यों एवं आदर्शों के लिए राम ने रावण से युद्ध किया, उन्हीं को स्थापित करने और सशक्त करने के लिए द्वैपायन कृष्ण और वासुदेव कृष्ण भी अथक अनवरत प्रयास करते हैं। इस कथा को जान कर, समझ कर और उससे प्राप्त शिक्षा को आचरण में उतार कर हम अपने जीवन को सुखद एवं समृद्ध बना सकते हैं।  Mahabharat and Valmiki Ramayan are the two fundamental foundation epics of Hinduism. Mahabharat teaches one about every aspect of life. The struggle in the epic is the clash between two different life-values. Dwaipaayan Krishn and Vaasudev Krishn put in relentless and continuous efforts to establish and strengthen the same fundamental values and ideals for which Ram fought the war against Raavan. By learning and understanding this story and by adopting the learnings into our behaviour we can make our life happy and rich.  *****  Website - http://samarthbharat.com/ Facebook - https://www.facebook.com/hinduthinker Twitter - https://twitter.com/AnilThinker Hubhopper - https://hubhopper.com/podcast/valmiki-ramayan-ke-ram/339465 Instagram - https://www.instagram.com/samarth.bhara
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Published 11/15/24
द्रौपदी जन्म कथा और स्वयंवर समाचार  00:00 परिचय एवं भूमिका 01:02 द्रौपदी के स्वयंवर के बारे में जानकारी 02:53 पराजय के बाद द्रुपद की योग्य पुत्र की चाह 06:49 ऋषि याज द्वारा द्रुपद को पुत्र प्राप्त कराने हेतु सहमति 08:41 द्रुपद की रानी श्रृंगार में व्यस्त 13:06 पुत्र धृष्टद्युम्न तथा पुत्री कृष्णा...
Published 11/07/24