Laakshaagruh Se Paandvon Kaa Bach Nikalanaa Mahabharat Ka Mahaparv No. 24
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Description
लाक्षागृह से पांडवों का बच निकलना   00:00 परिचय एवं भूमिका 01:02 दुर्योधन द्वारा पुरोचन को लाक्षागृह निर्माण के निर्देश 06:58 वारणावत में पांडवों का स्वागत 12:32 पाण्डव लाक्षागृह में आये 16:33 विदुर के भेजे खनिक द्वारा सुरंग निर्माण 20:02 पांडवों द्वारा सुरंग निर्माण के समय अपनी सुरक्षा 22:54 भवन एवं पुरोचन को जलाया 26:17 जलते भवन को देख शोक 29:14 उपसंहार   Episode 24 of the conversations between Yogita Pant and Anil Chawla discusses the events that took place after the Paandavs reached the town of Vaarnaavat. Minister Purochan had been instructed by Duryodhan to construct a highly inflammable house at Vaarnaavat with only one entry / exit at the front and no other escapes. Purochan was at Vaarnaavat to receive the Paandav brothers and their mother Kuntee. Initially, they stayed at a different camp and ten days later moved to the house, called Shivbhavan, especially constructed to house the Paandavs. Immediately on moving there, Yuddhishthir knew that the house could catch fire any time. He told the same to Bheem who was furious and wanted to get out immediately. Yuddhishthir explained to him the practical situation and stressed on the need to build a tunnel to escape from the house. Purochan’s room was at the entrance. An expert miner or tunnel-digger sent by Vidur approached them soon and started the work of tunnel digging. The work took about one year. During this time, Paandavs used to spend their days in the forest hunting and in the evening used to stand guard on Purcohan to ensure that he did not burn down the house. When the tunnel was complete, Paandavs and Kuntee escaped from the tunnel while Bheem burnt down the house. Purochan died in the fire and the brothers were unhurt.  (Mahabharat/Aadiparv/Jatugryh Parv/Chapters 143, 145, 146, 147).   Production support: Friends and well-wishers.   #hindu #hinduism #hinduismforlife #hinduepic #hinduepics #hindureligion #hinduculture #hinduphilosophy #hindulife #hindumythology #hindureligious #hindureligioustexts #hindudharm #hindudharam #hindudharma #hindudharmam #hindi #hindithoughts #hindithought #mahabharat #mahabharata #mahabharatham #mahabharatkatha #anilchawla   महाभारत और वाल्मीकि रामायण हिन्दू धर्म के दो मूलभूत आधार ग्रन्थ हैं। महाभारत जीवन के हर पहलू के सम्बन्ध में शिक्षा प्रदान करता है। इसमें जो संघर्ष है वह भिन्न भिन्न जीवन मूल्यों का द्वन्द्व है। जिन मूलभूत मूल्यों एवं आदर्शों के लिए राम ने रावण से युद्ध किया, उन्हीं को स्थापित करने और सशक्त करने के लिए द्वैपायन कृष्ण और वासुदेव कृष्ण भी अथक अनवरत प्रयास करते हैं। इस कथा को जान कर, समझ कर और उससे प्राप्त शिक्षा को आचरण में उतार कर हम अपने जीवन को सुखद एवं समृद्ध बना सकते हैं।   Mahabharat and Valmiki Ramayan are the two fundamental foundation epics of Hinduism. M
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Published 11/15/24
द्रौपदी जन्म कथा और स्वयंवर समाचार  00:00 परिचय एवं भूमिका 01:02 द्रौपदी के स्वयंवर के बारे में जानकारी 02:53 पराजय के बाद द्रुपद की योग्य पुत्र की चाह 06:49 ऋषि याज द्वारा द्रुपद को पुत्र प्राप्त कराने हेतु सहमति 08:41 द्रुपद की रानी श्रृंगार में व्यस्त 13:06 पुत्र धृष्टद्युम्न तथा पुत्री कृष्णा...
Published 11/07/24