Description
आलेख : सुजॉय चटर्जी
वाचन : शुभ्रा ठाकुर
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं
को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे
शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला।
आज के अंक के लिए हमने चुना है वर्ष 1966 की फ़िल्म ’सूरज’ का गीत "तितली उड़ी, उड़ जो चली"। शारदा की आवाज़, शैलेन्द्र के बोल और शंकर-जयकिशन का संगीत। कैसे नई गायिका शारदा को मौका मिला अपने पहले गीत के रुप में किसी बड़ी फ़िल्म में ऐसे हिट गीत गाने का? तितली, फूल और आकाश के ज़रिये गीतकार शैलेन्द्र किस दर्शन को समझाना चाहते थे? जानिये इस गीत के रेकॉर्डिंग से जुड़ी तमाम बातें स्वयम शारदा के शब्दों में। इस गीत ने फ़िल्मफ़ेयर में कौन सा नया
नियम लागू करवाया? ये सब आज के इस अंक में।
परिकल्पना : सजीव सारथी
आलेख : सुजॉय चटर्जी
स्वर : रचिता देशपांडे
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं
को...
Published 05/29/24
परिकल्पना : सजीव सारथी
आलेख : सुजॉय चटर्जी
स्वर : शिवम मिश्रा
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को...
Published 05/21/24