रातां लम्बियां...
Description
आलेख : सुजॉय चटर्जी
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को समेटता है ’रेडियो प्लेबैक इण्डिया’ का यह साप्ताहिक स्तम्भ। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारियों और हमारे शोधकार्ताओं के निरन्तर खोज-बीन से इकट्ठा किए तथ्यों से परिपूर्ण है ’एक गीत सौ अफ़साने’ की यह श्रॄंखला। दोस्तों, आज के अंक के लिए हमने चुना है साल 2021 की फ़िल्म ’शेरशाह’ का गीत - "तेरी मेरी गल्लां हो गईं मशहूर, के रातां लम्बियां लम्बियां रे"। जुबिन नौटियाल और असीस कौर की आवाज़ें, गीत और संगीत तनिष्क बागची के। इस गीत ने तनिष्क बागची के ऊपर लगे किस इलज़ाम को खारिज करवाने में मदद की? इस गीत की रचना प्रक्रिया के पीछे की क्या कहानी है? गायक जुबिन नौटियाल और गायिका असीस कौर का तनिष्क बागची के साथ कोलाबोरेशन कैसा रहा है? इस फ़िल्म के गीत-संगीत और ख़ास तौर से इस गीत को कौन-कौन से पुरस्कार मिले? इस गीत की विशेषताओं से जुड़ी कुछ और भी बातें, आज के इस अंक में।
परिकल्पना : सजीव सारथी
आलेख : सुजॉय चटर्जी
स्वर : रचिता देशपांडे
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं
को...
Published 05/29/24
परिकल्पना : सजीव सारथी
आलेख : सुजॉय चटर्जी
स्वर : शिवम मिश्रा
प्रस्तुति : संज्ञा टंडन
नमस्कार दोस्तों, ’एक गीत सौ अफ़साने’ की एक और कड़ी के साथ हम फिर हाज़िर हैं। फ़िल्म और ग़ैर-फ़िल्म-संगीत की रचना प्रक्रिया और उनके विभिन्न पहलुओं से सम्बन्धित रोचक प्रसंगों, दिलचस्प क़िस्सों और यादगार घटनाओं को...
Published 05/21/24