श्रीरमणविहारिणेनमः श्रीगुरुकार्ष्णिभगवतेनमः श्री वृंदावन में श्री जी के चरणों में हमको रहना
Description
साधु - संग बैठ - बैठकर श्री हरि नाम सुमिरन करना हैं।।
श्रीकृष्णार्पमऽस्तु कार्ष्णि ॐ
श्रीकृष्णार्पणंऽस्तु कार्ष्णि ॐ
Published 04/24/24
श्रीरामार्पणंऽस्तु कार्ष्णि ॐ
Published 04/23/24