सद्गुरु ध्यानलिंग की प्राण-प्रतिष्ठा की पृष्ठभूमि बताते हुए, इसका 15,000 पुराना इतिहास बताते हैं कि कैसे बहुत से योगियों ने ध्यानलिंग बनाने का प्रयास किया, और इस बहुत बड़े प्रोजेक्ट में अपना योगदान दिया। ध्यानलिंग, ईशा योग केंद्र में स्थित है, जो तमिल नाडू के कोयंबतूर शहर से 30 किलोमीटर की दूरी...
Published 01/24/21
सद्गुरु कहते हैं की इंसान के बोध की क्षमता, केवल शब्दों को समझने से कहीं परे है। स्वामी विवेकानंद और अपने खुद के जीवन की कुछ रोचक घटनाएं बताते हुए वे उच्च स्तर की बोध-क्षमता के उदाहरण भी दे रहे हैं।
Full Video: https://youtu.be/JTOVg5XtXE0
Published 01/18/21