Description
संयुक्त राष्ट्र, अपनी विभिन्न संस्थाओं के ज़रिए, महिलाओं के किसी भी तरह के शोषण व दुर्व्यवहार से निपटने के प्रयास करता है, वहीं कई बार ऐसे भी मामले सामने आते हैं, जहाँ ख़ुद यूएन से जुड़े व्यक्ति, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए, महिला अधिकारों के हनन व यौन उत्पीड़न में संलिप्त पाए जाते हैं. ऐसे में, विश्व भर में और भारत में स्थित संयुक्त राष्ट्र में भी, यौन उत्पीड़न व दुर्व्यवहार की रोकथाम के लिए कई क़दम उठाए गए हैं.
भारत में संयुक्त राष्ट्र में यौन शोषण व दुर्व्यवहार की रोकथाम पर क्या काम हुआ है, इससे सम्बन्धित विस्तृत जानकारी के लिए, यूएन न्यूज़ हिन्दी की सहयोगी अंशु शर्मा ने, भारत स्थित यूएन कार्यालय में अन्तर एजेंसी पीसीईए (PSEA) समन्वयक, वीनू कक्कड़ के साथ बातचीत की और जानना चाहा कि यूएन, अपने भीतर व यूएन के साथ काम करने वाली महिलाओं के अधिकार और सुरक्षा किस तरह सुनिश्चित करता है...
इस सप्ताह के बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...
ग़ाज़ा में इसराइली बमबारी में तबाह बुनियादी ढाँचे का मलबा साफ़ करने में लगेंगे कम से कम 14 वर्ष.
ग़ाज़ा के दो अस्पतालों में मिली सामूहिक क़ब्रों से बरामद शवों के साथ युद्धापराध होने के सन्देह.
ग़ाज़ा के भीषण युद्ध में लोगों की भौतिक ज़रूरतों के साथ-साथ रूहों...
Published 04/26/24
इस साप्ताहिक बुलेटिन की सुर्ख़ियाँ...
ग़ाज़ा पट्टी में जारी लड़ाई, और ईरान-इसराइल के बीच तनातनी से मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए गहराया संकटबदले की भावना से कार्रवाई के ख़तरनाक चक्र को तोड़ना होगा, यूएन महासचिव की पुकारनिर्धनता में फँसी महिलाओं व लड़कियों के यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों का हो...
Published 04/19/24