Description
वो नए साल की रात थी... जब सारा शहर रंगिनियों में खोया था... शहर की सड़कें जश्न के रंग में डूबी हुई थी... लेकिन इसी शहर में शाम से ही पुलिस की गाड़ियां हड़बड़ाए सायरन की आवाज़ बजाते हुए शहर में घूम रही थीं। खबर थी कि इस शहर में एक संदिग्ध शख्स को दाखिल होते हुए देखा गया है जिसके इरादे खतरनाक हैं। वो शख्स कौन था... और क्या चाहता था... जश्न में डूबा हुआ उस शहर की खुशियों पर क्या ग्रहण लगने वाला था.... कौन था वो आदमी जिसकी सुर्ख आंखों में सिर्फ खतरनाक मंसूबे नहीं, कुछ आंसू भी थे - सुनिए जमशेद क़मर सिद्दीक़ी की लिखी कहानी 'न्यू ईयर नाइट और एक क्राइम' स्टोरीबॉक्स में.