Tum Jo Mil Gaye Ho
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Description
तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है के जहां मिल गया के जहां मिल गया एक भटके हुए राही को, कारवाँ मिल गया तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है के जहां मिल गया के जहां मिल गया बैठो न दूर हमसे, देखो खफ़ा न हो बैठो न दूर हमसे, देखो खफ़ा न हो क़िस्मत से मिल गए हो, मिलके जुदा न हो क़िस्मत से मिल गए हो, मिलके जुदा न हो मेरी क्या ख़ता है, होता है ये भी की ज़मीं से भी कभी आसमां मिल गया के जहां मिल गया तुम क्या जानो तुम क्या हो, एक सुरीला नगमा हो भीगी रातों में मस्ती, तपते दिल में साया हो तुम क्या जानो तुम क्या हो अब जो आ गए हो जाने न दूंगा की मुझे इक हसीं मेहरबाँ मिल गया के जहां मिल गया (तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है) तुम भी थे खोए-खोए, मैं भी बुझा-बुझा तुम भी थे खोए-खोए, मैं भी बुझा-बुझा था अजनबी ज़माना, अपना कोई न था था अजनबी ज़माना, अपना कोई न था दिल को जो मिल गया है तेरा सहारा इक नई ज़िंदगी का निशां मिल गया तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है के जहां मिल गया एक भटके हुए राही को, कारवाँ मिल गया... तुम जो मिल गए हो, तो ये लगता है के जहां मिल गया के जहां मिल गया --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app --- Send in a voice message: https://anchor.fm/theabbie/message Support this podcast: https://anchor.fm/theabbie/support
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तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा मेरा साया, मेरा साया मेरा साया, मेरा साया कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू तो वहीं पे रोक लेंगे, उन्हें आके मेरे आँसू तू जिधर का रुख करेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ...
Published 04/06/20
Published 04/06/20
हुई शाम उनका ख़याल आ गया वही ज़िंदगी का सवाल आ गया अभी तक तो होंठों पे था तबस्सुम का एक सिलसिला बहुत शादमाँ थे हम उनको भूला कर अचानक ये क्या हो गया के चहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया हुई शाम उनका... हमें तो यही था ग़ुरूर: ग़म-ए-यार है हमसे दूर वही ग़म जिसे हमने किस-किस जतन से निकाला था इस दिल से दूर वो चलकर...
Published 04/06/20