Kajra Mohabbat wala & Kya khoob lagti ho | Mashup
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कजरा मुहब्बत वाला अँखियों में ऐसा डाला कजरे ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान दुनिया है मेरे पीछे लेकिन मैं तेरे पीछे अपना बना ले मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान कजरा मुहब्बत वाला अँखियों में ऐसा डाला कजरे ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान आई हो कहाँ से गोरी आँखों में प्यार ले के आई हो कहाँ से गोरी आँखों में प्यार ले के चढ़ती जवानी की ये पहली बहार ले के दिल्ली शहर का सारा मीना बाज़ार ले के दिल्ली शहर का सारा मीना बाज़ार ले के झुमका बरेली वाला कानों में ऐसा डाला झुमके ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान दुनिया है मेरे पीछे लेकिन मैं तेरे पीछे अपना बना ले मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान Motor न बंगला माँगूँ झुमका न हार माँगूँ Motor न बंगला माँगूँ झुमका न हार माँगूँ दिल को जलाने वाले दिल का क़रार माँगूँ सैय्याँ बेदर्दी मेरे थोड़ा सा प्यार माँगूँ सैय्याँ बेदर्दी मेरे थोड़ा सा प्यार माँगूँ किस्मत बना दे मेरी दुनिया बसा दे मेरी कर ले सगाई मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान कजरा मुहब्बत वाला अँखियों में ऐसा डाला कजरे ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान जब से है देखा तुझको हो गए गुलाम तेरे जब से है देखा तुझको हो गए गुलाम तेरे अपना बना ले गोरी आएंगे काम तेरे अपना ये जीवन सारा लिख देंगे नाम तेरे अपना ये जीवन सारा लिख देंगे नाम तेरे कुर्ता ये जाली वाला उसपर मोतियन की माला कुर्ते ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान दुनिया है मेरे पीछे लेकिन मैं तेरे पीछे अपना बना ले मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान कजरा मुहब्बत वाला अँखियों में ऐसा डाला कजरे ने ले ली मेरी जान हाय रे मैं तेरे क़ुरबान | क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो फिर से कहो कहते रहो
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तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा मेरा साया, मेरा साया मेरा साया, मेरा साया कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू तो वहीं पे रोक लेंगे, उन्हें आके मेरे आँसू तू जिधर का रुख करेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ...
Published 04/06/20
Published 04/06/20
हुई शाम उनका ख़याल आ गया वही ज़िंदगी का सवाल आ गया अभी तक तो होंठों पे था तबस्सुम का एक सिलसिला बहुत शादमाँ थे हम उनको भूला कर अचानक ये क्या हो गया के चहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया हुई शाम उनका... हमें तो यही था ग़ुरूर: ग़म-ए-यार है हमसे दूर वही ग़म जिसे हमने किस-किस जतन से निकाला था इस दिल से दूर वो चलकर...
Published 04/06/20