Chura liya hai tumne jo dil ko & O mere dil ke chain | Mashup
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चुरा लिया है तुमने जो दिल को नज़र नहीं चुराना सनम बदल के मेरी तुम जिंदगानी कही बदल ना जाना सनम ले लिया दिल हाय मेरा दिल हाय दिल लेकर मुझको ना बहलाना चुरा लिया है तुमने जो दिल को नज़र नहीं चुराना सनम बदल के मेरी तुम जिंदगानी कही बदल ना जाना सनम बहार बन के आऊँ कभी तुम्हारी दुनिया में गुज़र ना जाए ये दिन कही इसी तमन्ना में बहार बन के आऊँ कभी तुम्हारी दुनिया में गुज़र ना जाए ये दिन कही इसी तमन्ना में तुम मेरे हो हो तुम मेरे हो आज तुम इतना वादा करते जाना चुरा लिया... चुरा लिया है तुमने जो दिल को नज़र नहीं चुराना सनम बदल के मेरी तुम जिंदगानी कही बदल ना जाना सनम सजाऊंगा लूट कर भी तेरे बदन की डाली को लहू जिगर का दूंगा हंसी लबों की लाली को सजाऊंगा लूट कर भी तेरे बदन की डाली को लहू जिगर…. | ओ मेरे दिल के चैन चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये ओ मेरे दिल के चैन चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये अपना ही साया देख के तुम जानेजहाँ शर्मा गए अभी तो ये पहली मंजिल है तुम तो अभी से घबरा गए मेरा क्या होगा सोचो तो ज़रा हाय ऐसे न आहें भरा कीजिये ओ मेरे दिल के चैन चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये आपका अरमां आपका नाम मेरा तराना और नहीं इन झुकती पलकों के सिवा दिल का ठिकाना और नहीं जंचता ही नहीं आँखों में कोई दिल तुमको ही चाहे तो क्या कीजिए ओ मेरे दिल के चैन चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये यूं तो अकेला भी अक्सर गिर के संभल सकता हूँ मैं तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा दुनिया बदल सकता हूँ मैं माँगा है तुम्हें दुनिया के लिए अब ख़ुद ही सनम फैसला कीजिए ओ मेरे दिल के चैन चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये ओ मेरे दिल के चैन ओ मेरे... --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app --- Send in a voice message: https://anchor.fm/theabbie/message Support this podcast: https://anchor.fm/theabbie/support
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तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ जहाँ चलेगा, मेरा साया, साथ होगा मेरा साया, मेरा साया मेरा साया, मेरा साया कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू कभी मुझको याद करके, जो बहेंगे तेरे आँसू तो वहीं पे रोक लेंगे, उन्हें आके मेरे आँसू तू जिधर का रुख करेगा, मेरा साया, साथ होगा तू जहाँ...
Published 04/06/20
Published 04/06/20
हुई शाम उनका ख़याल आ गया वही ज़िंदगी का सवाल आ गया अभी तक तो होंठों पे था तबस्सुम का एक सिलसिला बहुत शादमाँ थे हम उनको भूला कर अचानक ये क्या हो गया के चहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया हुई शाम उनका... हमें तो यही था ग़ुरूर: ग़म-ए-यार है हमसे दूर वही ग़म जिसे हमने किस-किस जतन से निकाला था इस दिल से दूर वो चलकर...
Published 04/06/20