गीता का प्रयोजन :स्वधर्म विरोधी मोह का निरसन
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निरसन का अर्थ है - दूर करना। यहां धर्म सांसारिक नहीं, आपकी वृत्ति ही आपका स्वधर्म है। कई बार जीवन में ऐसी परिस्थितियाँ आती हैं कि मनुष्य अपनी प्रवृत्ति के विपरीत जाना चाहता है... जिस स्वभाव का वो है ही नहीं वो बनने का प्रयास करता है.. तो उथल-पुथल भी होगी ही। क्या ऐसी किसी परिस्थिति में आप फंसे हैं? यदि हाँ.... तो सुनिए.. विनोबा भावे जी की पुस्तक 'गीता प्रवचन' का ये अंश।
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Published 07/26/20
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Published 06/28/20
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