राकेश 'राजगुरु' की कविता रोटी की तलाश में हुए दरबदर घर से.......
Description
2020 कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन में पलायन करते मजदूरों की व्यथा पर राकेश 'राजगुरु' की कविता रोटी की तलाश में हुए दरबदर घर से........
मेरी कविता ने आज मुझसे यह प्रश्न किया इतना मीठा लिखते हो
किसी को प्यार हो गया
तो बताओ क्या करोगे..........
Published 02/18/22
पंकज 'सरकार' की रचना मुख्य पर कातिल मुस्कान लिए प्रस्तुति राकेश 'राजगुरु'
Published 06/28/21