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हम राजनीति के अजीब दौर में प्रवेश कर चुके हैं. कोई भी नेता कुछ भी आइडिया दे सकता है. चमकदार आइडिया, सुनते ही लाइक करने का मन कर जाए, शेयर करने लग जाए या उसे लेकर कमेंट में लोग भिड़ जाए. कोई सर्वे करने लग जाए. कितने प्रतिशत लोग नोट पर सावरकर की फोटो चाहते हैं और कितने प्रतिशत लोग लक्ष्मी-गणेश की.
Published 10/27/22
सितंबर 2021 में गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से जब 21000 करोड़ का ड्रग्स पकड़ा गया, ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट से करीब तीन हज़ार किलोग्राम हेरोईन की खेप मुंद्रा पोर्ट पर उतरी थी. डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यु इंटेलिजेंस ने इस खेप को पकड़ा था. यह इतनी बड़ी कामयाबी थी कि लोगों की नज़र जानी ही थी कि आखिर गुजरात में 21000 करोड़ की हेरोईन कैसे पकड़ी गई है. 
Published 10/26/22
ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को लेकर भारत में उत्साह है. इसे ब्रिटिश उपनिवेशवाद का बदला भी कहा जा रहा है तो इतिहास का न्याय भी, लेकिन हम जश्न किस बात का मना रहे हैं. इस बात का कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने हैं या इस बात का कि ब्रिटेन का लोकतंत्र कितना परिपक्व है  कि वहां कोई व्यक्ति किस मूल का है, किस देश का है, उसके दादा किस देश के हैं, इन सबकी परवाह किए बग़ैर वह उस देश का प्रधानमंत्री बन सकता है. 
Published 10/25/22
नफरती भाषणों ने देश का माहौल खराब कर दिया है और घृणा का माहौल देश पर हावी हो गया है. यह टिप्‍पणी आज सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने की. सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि नफरती भाषण देने वालों के खिलाफ तत्‍काल कार्रवाई की जरूरत है. 
Published 10/21/22
यह तय करना मुश्किल हो रहा है कि न्याय का मजाक उड़ रहा है या जनता का मज़ाक उड़ रहा है. जनता न्याय का मज़ाक उड़ा रही है या राजनीति ही जनता का. कहीं हत्या और बलात्कार के मामले में सज़ा पाए कैदियों को बाहर आने पर माला पहनाया जा रहा है तो कहीं हत्या और बलात्कार के मामले में सजा पाए कैदी के बाहर आने पर संत्सग सुना जा रहा है.
Published 10/20/22
ख़बरों की दुनिया में सूचनाएं इतनी तेज़ी से बदल जाती हैं कि पता ही नहीं चलता कि किस ख़बर का क्या हुआ. कुछ ख़बरों को देखकर लगता है कि देश बदला है न दिन. सब कुछ जहां था, वहीं रुका हुआ है. क्या हम एक ऐसे समय और समाज में रहने लगे हैं, जहां गृह मंत्री के लिए बोलना इतना भारी पड़ जाएगा, कि उनके मंत्रालय ने 2002 के दंगों से जुड़े बलात्कार और हत्या के 11 सज़ायाफ़्ता क़ैदियों की रिहाई की मंज़ूरी क्यों दी?
Published 10/19/22
जब 15 अगस्त के दिन बलात्कार के मामले में सज़ा पाए 11 कैदियों को रिहा किया गया, तब कितने सवाल उठे कि बिलकिस बानो के साथ बलात्कार और उनके परिवार के कई सदस्यों की हत्या में शामिल इन लोगों को सज़ा पूरी होने से पहले क्यों छोड़ा गया? गोदी मीडिया से लेकर मंत्री तक सब चुप ही रहे. कायदे से केंद्र सरकार तभी बता सकती थी कि बलात्कार के मामले में सज़ा काट रहे 11 कैदियों को समय से पहले रिहा करने की मंज़ूरी गृह मंत्रालय ने दी है. 
Published 10/18/22
डॉलर को उसके हाल पर छोड़ दीजिए, उसने भारतीय रुपये को जितना कमजोर नहीं किया है, उससे कहीं ज्‍यादा भारत की राजनीति को झूठा बना दिया है. उसके नाम पर 2013-14 के साल में एक से एक कुतर्क गढ़े गए. इन कुतर्कों ने कई लोगों को नेता बना दिया. 
Published 10/17/22
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सिंगल फेज में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. नतीजे 8 दिसंबर को घोषित होंगे. इसी साल गुजरात में भी विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन आयोग ने वहां के लिए इलेक्शन शेड्यूल का ऐलान नहीं किया है. इसको लेकर विपक्षी पाटियों की ओर से चुनाव आयोग और सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.
Published 10/14/22
15 मार्च को कर्नाटक हाईकोर्ट ने फैसला दिया कि स्कूलों में हिजाब पर रोक लगाने का कर्नाटक सरकार का आदेश सही है क्योंकि हिजाब इस्लाम का अनिवार्य हिस्सा नहीं है. इस फैसलों को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में 24 याचिकाएं दायर की गई. 
Published 10/13/22
8 नवंबर 2016 के दिन शाम आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक टीवी पर आते हैं और नोटबंदी का एलान कर देते हैं. उस वक्त न कोई तैयारी थी और न किसी को खबर थी. देखते देखते लाखों लोगों की बचत उड़ गई और आम गरीब लोग बैंकों के बाहर नोट बदलने की लाइन में लग गए. अपना पैसा बेकार होने के सदमे से कई लोगों के मरने और रोने की खबरें भी उस समय छपा करती थीं.
Published 10/12/22
रैंकिंग की राजनीति पर बात जरूरी है. भारत का रैंक अच्‍छा हो यह सब चाहते हैं, लेकिन रैंक अच्‍छा बताने के लिए भ्रामक तरीकों का सहारा लिया जाए, यह कोई नहीं चाहेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के जामनगर में कह दिया कि उनकी सरकार के समय ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत 142वें नंबर से 63वें नंबर पर आ गया. प्रधानमंत्री ने गुजरात की जनता को यह नहीं बताया कि विश्‍व बैंक ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग बंद कर दी है.    
Published 10/11/22
मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक जीवन 1967 से शुरू होता है. 55 साल के राजनीतिक जीवन को आप एक कार्यक्रम में समेट नहीं सकते हैं. राजनेता का जीवन केवल विवादित और चर्चित फैसलों का नहीं होता है, उनके विशाल राजनीतिक संबंधों में केवल ताकतवर लोग ही नहीं होते हैं बल्कि सबकी नज़रों से अनजान वह अपने आधार में इतने प्रकार के संबंधों को विकसित करता है जिसके बारे में कई बार भनक तक नहीं होती है. 
Published 10/10/22
आर्थिक असुरक्षा का घेरा दुनिया भर में बढ़ता जा रहा है. यूक्रेन युद्ध ने कारण दुनिया भर के नेता अपना संतुलन खोते जा रहे हैं. सब एक दूसरे से डरे हुए हैं और एक दूसरे को डरा रहे हैं. पहले रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिया कि रुस की रक्षा में वे सभी ताकतों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे इस तरह से समझा गया कि पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दे दी है.अब अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन को भी लगने लगा है कि परमाणु युद्ध की आशंका करीब है. 
Published 10/07/22
अमेरिका की एक कंपनी पर आरोप लगा है कि उसने रेल मंत्रालय की एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को रिश्वत दिया है. कौन सी कंपनी है कौन अधिकारी हैं उसने कहा-कहा पैसे दिए इसका कोई पता नहीं है. सवा 3 करोड़ की रिश्वत कोई मामूली रकम तो नहीं ही है. रिश्‍वत जैसे हमारे सिस्‍टम का हिस्‍सा हो गया, न रिश्‍वत लेने वाले को डर, न देने वाले को.
Published 10/06/22
दशहरे का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. कोरोना काल के बाद इस बार देशभर में कई शहरों में त्यौहार को भव्य रूप में मनाया गया. इस दौरान कई जगहों पर राजनीति के कई रंग देखने को मिले.
Published 10/05/22
चाइनीज लोन एप अब जिंदगी तबाह करने वाला टूल बनता जा रहा है. इस एप से जिसने लोन लिया, वो कुछ ऐसे फंसा कि सालों तक उबर नहीं पाया. इसके शिकार दर्जनों लोग सुसाइड कर चुके हैं. एक तरह से कहें तो ये एप भारत की अर्थव्यवस्था को खत्म करने का षड्यंत्र कर रहे हैं.
Published 10/04/22
चाइनीज लोन एप अब जिंदगी तबाह करने वाला टूल बनता जा रहा है. इस एप से जिसने लोन लिया, वो कुछ ऐसे फंसा कि सालों तक उबर नहीं पाया. इसके शिकार दर्जनों लोग सुसाइड कर चुके हैं. एक तरह से कहें तो ये एप भारत की अर्थव्यवस्था को खत्म करने का षड्यंत्र कर रहे हैं.
Published 10/04/22
किसी भी देश के विकास के बहुत सारे पैमाने हो सकते हैं. विकास का पैमाना ये भी है कि मानव विकास सूचकांक में उस देश की क्या स्थिति है.  उस देश की प्रति व्यक्ति आय क्या है? वहां गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का प्रतिशत किया है. वहां का जीवन स्तर कैसा है? आरएसएस के नेता दत्तात्रेय होसबाले ने गरीबी के मुद्दे को उठाया है.
Published 10/03/22
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर जारी विवाद अब थमता दिख रहा है. चुनाव के लिए उम्मीदवारों के जो फाइनल नाम हैं वो सामने आ गए है. पद के लिए शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच मुकाबला होगा. दोनों ने आज नामांकन के लिए पर्चा भरा. 
Published 09/30/22
पिछले कुछ दिनों से कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन PFI के देशभर के ठिकानों पर छापेमारी, बरामद दस्तावेजों और दो सौ से ज्यादा गिरफ्तारियों का नतीजा सामने आ गया है . केंद्र सरकार ने PFI पर पांच साल की पाबंदी लगा दी है . इसके अलावा PFI के आठ सहयोगी संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. 
Published 09/28/22
कांग्रेस में एक तरफ अध्‍यक्ष पद के चुनाव को लेकर एक ओर असमंजस बरकरार है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की छवि को जो ठेस पहुंची है उसकी भरपाई कैसे होगी यह बड़ा सवाल है. आज राजस्‍थान से लौटे पार्टी के पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने लिखित रिपोर्ट सौंप दी, इन्‍होंने गहलोत के तीन करीबी नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्‍मक कार्रवाई की सिफारिश की, जो मंजूर हो गई है. वहीं आज अशोक गहलोत ने भी कैबिनेट बैठक की है. 
Published 09/27/22
लगता है कि कांग्रेस ने पंजाब और मध्‍य प्रदेश में अपनी बनी बनाई सरकारों के हश्र से कुछ नहीं सीखा, राजस्‍थान में वो वैसी ही पटकथा दोहरा रही है. राजस्‍थान में रविवार शाम से जो सियासी नाटक  चल रहा है, उससे आलाकमान के माथे पर पसीना आ गया है. अशोक गहलोत ने आलाकमान को परेशानी में ला खड़ा किया है. 
Published 09/26/22
देश की सियासत लगातार करवटें ले रही हैं और विपक्ष अपने आपको एकजुट करने की कोशिशों में हैं. 25 सितंबर को हरियाणा के फतेहाबाद में विपक्ष के बड़े नेता एक साथ रैली करने जा रहे हैं. कई विपक्षी नेताओं ने रैली में शामिल होने पर सहमति जताई है. वहीं नीतीश कुमार और लालू यादव अगले ही दिन दिल्‍ली दौरे में सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. 
Published 09/23/22
रेटिंग एजेंसियां भारत के विकास दर के साथ अच्छा नहीं कर रही हैं. काग़ज़ पर लिखती हैं, मिटाती रहती हैं. जिस हिसाब से रेटिंग एजेंसियों ने विकास दर में कटौती की है, अगर मुमकिन हुआ तो एक दिन इन एजेंसियों की भी छंटनी की जाने लगेगी, इन्हें ज्ञान दिया जाने लगेगा कि रेटिंग का फार्मूला सही नहीं है.
Published 09/22/22