“रवीश जी आपके बताने और समझाने के तरीक़ों की तारीफ़ करने के लिए हमारे पास पर्याप्त शब्द नहीं है पर हम आपको सुनते ज़रूर है क्यों की आप की बताई गई बातें और बाहरी दुनिया की सच्चाई मिलती जुलती है। धन्यवाद आपका। आपकी किताब आपकी आवाज़ में सुनने का इंतज़ार।”
पंकजद्विवेदी via Apple Podcasts ·
India ·
05/15/21