1. हनुमान बाहुक
Listen now
Description
हनुमान बाहुक, गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
More Episodes
हाय मैं बसते हैं श्री राम, कविता श्री राम कथन कविता डा.ओमपकाश वर्मा
Published 04/16/24
गीतातत्व चिंतन , रायपुर आश्रम में दिया गया प्रवचन, स्वामी आत्मानंद महाराज
Published 04/16/24
राम गीता, पं.रामकिंकर उपाध्याय
Published 04/16/24