Episodes
हाय मैं बसते हैं श्री राम, कविता श्री राम कथन कविता डा.ओमपकाश वर्मा
Published 04/16/24
गीतातत्व चिंतन , रायपुर आश्रम में दिया गया प्रवचन, स्वामी आत्मानंद महाराज
Published 04/16/24
राम गीता, पं.रामकिंकर उपाध्याय
Published 04/16/24
Published 04/16/24
गोपिकायुगलगीत । गोपियों के द्वारा श्री कृष्ण के वन में गौचारण के लिए चले जाने पर भगवान के लीला का स्मरण और गायन करना।
Published 03/11/24
01. रामराज्य का स्वरूप। श्री रामकिंकर उपाध्याय जी द्वारा रामकृष्ण मिशन आश्रम रायपुर में किया गया प्रवचन। पाठक स्वामी सइद्धइप्रदआनन्द महाराज, बेलूर मठ मुख्यालय रामकृष्ण मठ एवं मिशन
Published 03/07/24
श्रीजगन्नाथाष्टकम्। Chanted by Swami S on vocation of Sri Jagannath Snan Yatra।
Published 06/04/23
भगवान शंकराचार्य का अनुसरण करना चाहिए -विवेकानन्द
Published 04/06/23
२. मां सारदा देवी की संक्षिप्त जीवनी स्वामी अरूपानन्द। स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा पाठ किया गया है।
Published 01/29/23
गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
Published 09/14/22
गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
Published 09/14/22
गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
Published 09/14/22
गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
Published 09/14/22
हनुमान बाहुक, गोस्वामी तुलसीदास जी की बाहुओं में बात व्याधि की गहरी पीड़ा उत्पन्न हुई थी और फोड़े फून्सियों के कारण सारा शरीर वेदना का स्थान बन गया था उसके निवारण हेतु हनुमान जी की वंदना आरंभ की। अंजनीकुमार की कृपा से उनकी सारी व्यथा दूर हो गई यह वही 44पद्यों का हनुमान बाहुक नामक प्रसिद्ध स्तोत्र है।
Published 09/14/22
6. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
5. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
4. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
3. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
2. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
1. भगवन्नाम की महिमा
Published 08/09/22
युगनायक विवेकानंद, सर्वतोमुखी प्रतिभा-4
Published 03/10/22
युगनायक विवेकानंद, सर्वतोमुखी प्रतिभा-3
Published 03/10/22
युगनायक विवेकानंद, सर्वतोमुखी प्रतिभा-2
Published 03/10/22
युगनायक विवेकानंद, सर्वतोमुखी प्रतिभा-1
Published 03/10/22
गुरु विषयक भजन, म्हारे गुरु पूरण दातार स्वामी सिद्धिप्रदानन्द द्वारा प्रस्तुत भजन।
Published 02/15/22